Sushasan Tihar 2025 : बिलासपुर। छत्तीसगढ़ में आज 8 अप्रैल 2025 से ‘सुशासन तिहार-2025’ का शुभारंभ हो गया है, जो जनता की समस्याओं के समाधान और शासन में पारदर्शिता लाने के उद्देश्य से आयोजित किया जा रहा है। हालांकि, इस महत्वपूर्ण कार्यक्रम की शुरुआत के साथ ही बिलासपुर जिले में एक विवाद ने तूल पकड़ लिया है।
सुशासन तिहार के तहत ड्यूटी से गैरहाजिर रहने के कारण महिला एवं बाल विकास विभाग की एक अधिकारी को नोटिस जारी किया गया है। बिलासपुर कलेक्टर अवनीश शरण ने सकरी परियोजना की बाल विकास परियोजना अधिकारी (सीडीपीओ) अनुराधा आर्य को कारण बताओ नोटिस जारी करते हुए सख्त रुख अपनाया है।
जानकारी के अनुसार, अनुराधा आर्य की ड्यूटी तखतपुर विकासखंड के काठाकोनी पेण्डारी क्लस्टर में प्रभारी अधिकारी के रूप में लगाई गई थी, जहां सुशासन तिहार के तहत जनता से आवेदन लेने और समस्याओं का समाधान करने का कार्य होना था लेकिन सोमवार 7 अप्रैल 2025 को सुबह 10 बजे हुए निरीक्षण के दौरान वे ड्यूटी स्थल पर अनुपस्थित पाई गईं। कलेक्टर अवनीश शरण ने इसे शासन के प्रमुख कार्यक्रम के प्रति लापरवाही और स्वेच्छाचारिता माना, जिसके बाद तत्काल कार्रवाई की गई।
जारी नोटिस में कहा गया है कि अनुराधा आर्य का यह व्यवहार शासकीय कर्तव्यों के प्रति उदासीनता, स्वेच्छाचारिता और गैरजिम्मेदाराना रवैया दर्शाता है, जो सिविल सेवा आचरण नियम 1965 के नियम 3 का स्पष्ट उल्लंघन है। कलेक्टर ने उन्हें समक्ष में उपस्थित होकर अपने बचाव में जवाब प्रस्तुत करने के निर्देश दिए हैं।
साथ ही चेतावनी दी गई है कि यदि निर्धारित समय के भीतर संतोषजनक जवाब नहीं मिलता है, तो एकपक्षीय कार्रवाई की जाएगी। यह कार्रवाई सुशासन तिहार जैसे महत्वपूर्ण कार्यक्रम की गरिमा बनाए रखने के लिए की गई है।