छत्तीसगढ़ के दुर्ग जिले में एक परिवार के सदस्यों को ईसाई बनाने की कोशिश उस वक्त नाकाम हो गई, जब पुलिस ने धर्म परिवर्तन कराने वाली पांच महिलाओं समेत नौ लोगों को गिरफ्तार कर लिया.पुलिस अधिकारियों ने इस मामले की जानकारी शुक्रवार को दी.
दुर्ग पुलिस के मुताबिक, आरोपियों की पहचान पादरी ममता कुमारी दीक्षित (50), सपन दीप (42), उनके बेटे शुभम (24), राजेश पटेल (35), उनकी पत्नी मधु तांडी (35), नीता बघेल (40), उनकी बेटी देवंती (21), बिनी तांडी (30) और रिबेरो विलियम्स (36) के रूप में हुई है. पुलिस ने पीटीआई को बताया कि यह घटना पद्मनाभपुर पुलिस थाने की सीमा के अंतर्गत रायपुर-दुर्ग चेक-पोस्ट के पास स्थित एक घर में हुई.
दरअसल, इस संबंध में एक स्थानीय निवासी ने पुलिस को शिकायत की थी. एक पुलिस अधिकारी ने बताया कि शिकायत के अनुसार, आरोपियों ने गुरुवार रात मधु तांडी के घर पर एक हीलिंग सर्विस मीटिंग आयोजित की, जहां उन्होंने कथित तौर पर उनके परिवार को ईसाई बनाने की कोशिश की. उन्होंने बताया कि घटना के बारे में पता चलने के बाद स्थानीय निवासियों में से एक ने पुलिस में शिकायत दर्ज कराई.
पुलिस अफसर के अनुसार, इसके बाद पुलिस की एक टीम जांच के लिए मौके पर पहुंची, जिसके बाद मामला दर्ज किया गया. आरोपियों को भारतीय न्याय संहिता (बीएनएस) की धारा 299 (जानबूझकर और दुर्भावनापूर्ण कार्य, जिसका उद्देश्य किसी वर्ग के धर्म या धार्मिक विश्वासों का अपमान करके उसकी धार्मिक भावनाओं को आहत करना है) और छत्तीसगढ़ धर्म स्वतंत्रता अधिनियम की धारा 4 के तहत गिरफ्तार किया गया.