Rajnandgaon Illegal Dhan Kharidi Seized : राजनांदगांव में अवैध धान खरीद–फरोख्त को रोकने जिला प्रशासन पूरी सख्ती के साथ मैदान में उतर आया है। कलेक्टर जितेन्द्र यादव के निर्देश पर राजस्व, खाद्य विभाग और मंडी विभाग की संयुक्त टीम लगातार निगरानी और छापेमारी अभियान चला रही है।
इसी अभियान के तहत अब तक 35 अलग-अलग मामलों में 1 करोड़ 19 लाख 62 हजार 900 रुपए मूल्य का 3859 क्विंटल अवैध धान और दो वाहन जब्त किए जा चुके हैं। प्रशासन ने साफ कर दिया है कि अवैध धान कारोबार की पुनरावृत्ति पर कोचियों और बिचौलियों के खिलाफ आपराधिक प्रकरण भी दर्ज किए जाएंगे।
एक दिन में 207 क्विंटल अवैध धान जब्त
शनिवार को संयुक्त टीम ने पांच नए मामलों में कार्रवाई करते हुए 6 लाख 41 हजार 700 रुपए मूल्य के 207 क्विंटल (518 बोरा) अवैध धान जब्त किया। प्रशासन का कहना है कि यह कार्रवाई खरीफ विपणन वर्ष 2025-26 को पारदर्शी और नियंत्रित रखने की दिशा में महत्वपूर्ण कदम है।
कहां से कितना धान पकड़ा गया
जारी आंकड़ों के अनुसार, राजनांदगांव अनुविभाग में एक मामले में 30 क्विंटल धान जब्त हुआ, जिसकी कीमत 93 हजार रुपए आंकी गई। वहीं डोंगरगढ़ अनुविभाग में चार मामलों में 5 लाख 48 हजार 700 रुपए मूल्य के 177 क्विंटल धान बरामद किया गया।
खरीफ विपणन वर्ष की शुरुआत से अब तक राजनांदगांव अनुविभाग में सबसे अधिक 2399 क्विंटल, डोंगरगढ़ में 1174 क्विंटल और डोंगरगांव में 286 क्विंटल धान जब्त किया गया है। डोंगरगढ़ क्षेत्र से दो वाहनों को भी कब्जे में लिया गया है, जिनका उपयोग धान परिवहन में किया जा रहा था।
1500 लाइसेंसधारियों की सूची तैयार, सख्त जांच के आदेश
ध्यान देने योग्य है कि जिले में 1500 से अधिक बड़े–छोटे मंडी अनुज्ञप्तिधारियों की सूची तैयार की गई है। कलेक्टर ने अधिकारियों को निर्देशित किया है कि इन सभी की जांच की जाए और जहां भी अवैध भंडारण या बिक्री की पुष्टि हो, वहां तुरंत धान जब्त कर सख्त कार्रवाई की जाए। प्रशासन का मानना है कि बिना लाइसेंस की खरीद–फरोख्त और धान की अनियंत्रित आवाजाही बाजार व्यवस्था को प्रभावित करती है।
इंटर स्टेट चेकपोस्ट पर 24 घंटे की निगरानी
अवैध धान आवक की रोकथाम के लिए जिले में बोरतलाब, पाटेकोहरा और कल्लूबंजारी में तीन अंतर्राज्यीय चेकपोस्ट स्थापित किए गए हैं। इन चेकपोस्टों पर मंडी, वन विभाग, नगर सेना और राजस्व विभाग के अधिकारी तीन पालियों में लगातार 24 घंटे ड्यूटी दे रहे हैं। प्रशासन का दावा है कि इस सख्त निगरानी का सीधा असर अवैध परिवहन पर पड़ा है और कई महत्वपूर्ण जब्ती इसी चौकसी का परिणाम है।
अवैध धान कारोबार बर्दाश्त नहीं
लगातार कार्रवाई से यह साफ हो गया है कि प्रशासन इस बार अवैध धान खरीद–बिक्री को लेकर कोई नरमी नहीं बरतने वाला है। जिला प्रशासन ने चेतावनी दी है कि यदि कोई भी व्यक्ति कोचियों या अवैध मंडियों के जरिए धान बेचते पकड़ा गया, तो आर्थिक दंड के साथ आपराधिक प्रकरण भी दर्ज किए जाएंगे।
राजनांदगांव में चल रही इस सख्त कार्रवाई से किसानों और खरीदारों दोनों को स्पष्ट संदेश मिला है कि खरीफ 2025-26 में अवैध धान तस्करी पर पूरी तरह रोक लगाने के लिए प्रशासन हर स्तर पर सक्रिय है।
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