Chhattigarh News: छत्तीसगढ़ के बलौदा बाजार जिले में एक कांग्रेस विधायक की सुरक्षा में तैनात निजी सुरक्षा अधिकारी (PSO) ने खुद को गोली मार ली. इससे उसकी मौके पर ही मौत हो गई. पीएसओ ने यह कदम क्यों उठाया, इसके बारे में अभी जांच की जा रही है. पीएसओ ने एक महीने पहले ही प्रेम विवाह किया था. पुलिस मौके पर पहुंच गई और शव को कब्जे में लेकर पोस्टमॉर्टम कराने की तैयारी की जा रही है. पीएसओ ने खुद को तब गोली मारी थी, जब वह अपने घर पर थे. इस घटना से आसपास सनसनी फैल गई है.
पुलिस के अनुसार, भाटापारा से कांग्रेस विधायक इंद्र साव की सुरक्षा में तैनात पीएसओ (PSO) डिगेश्वर गागड़ा ने रविवार दोपहर अपनी सर्विस रिवॉल्वर से ही सिर में गोली मारी. गोली चलने की आवाज सुनकर आसपास मौजूद लोग और अन्य सुरक्षाकर्मी मौके पर पहुंचे और तुरंत पुलिस को सूचना दी. घटना की सूचना मिलने पर भाटापारा शहर पुलिस मौके पर पहुंच गई है.
लंबे समय से विधायक की सुरक्षा में थे तैनात
पीएसओ विधायक इंद्र साव के घर के सामने ही रहते थे. वह लंबे समय से विधायक की सुरक्षा ड्यूटी में तैनात थे. फिलहाल पुलिस मामले की हर पहलू से जांच कर रही है. आत्महत्या के कारणों को जानने के लिए जवान के साथी कर्मियों से पूछताछ की जा रही है.
विधायक ने बताया- सामान्य व्यवहार करता था जवान
घटना की जानकारी मिलने पर विधायक इंद्र साव मौके पर पहुंचे. उन्होंने बताया, “आज हम कहीं बाहर जाने वाले थे, तैयार हो रहे थे, तभी गोली चलने की आवाज आई. बाकी सुरक्षा कर्मी भागकर आए और बताया कि टिकेश्वर ने खुद को गोली मार ली. हमने तत्काल पुलिस अधीक्षक को सूचना दी.” विधायक ने आगे बताया कि पीएसओ ने हाल ही में शादी की थी और वह सामान्य ढंग से रह रहा था. किसी भी तरह के तनाव या परेशानी का अंदाजा नहीं था.
पुलिस जांच में जुटी, एफएसएल टीम मौके पर
घटना की जानकारी मिलने के बाद भाटापारा शहर थाना पुलिस मौके पर पहुंची. वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक विजय अग्रवाल भी घटनास्थल पहुंचे. उन्होंने बताया कि पीएसओ टिकेश्वर ने आत्महत्या क्यों की, इसका कारण फिलहाल स्पष्ट नहीं है. मर्ग कायम कर जांच शुरू कर दी गई है. एफएसएल टीम को भी मौके पर बुलाया गया है, ताकि तकनीकी साक्ष्य एकत्र किए जा सकें. प्रारंभिक जांच में तीन राउंड फायरिंग की पुष्टि हुई है.
बस्तर का रहने वाला था जवान
पुलिस अधिकारियों ने बताया कि मृतक जवान टिकेश्वर जागड़ा बस्तर का निवासी था. वह भाटापारा में विधायक की सुरक्षा में विधानसभा चुनाव के बाद से तैनात था.